नवरात्रि में घटस्थापना का अर्थ है।
नवरात्रि में घटस्थापना का अर्थ है।
नवरात्रि में घट स्थापना का अर्थ है कलश की स्थापना करना। नवरात्रि के पहले दिन, घर या मंदिर में एक मिट्टी का कलश स्थापित किया जाता है। कलश को साफ पानी से भरा जाता है और उसमें गंगाजल, पवित्र धागे, और कुछ अन्य सामग्री डाली जाती है। कलश को आम, अशोक, या पीपल के पत्तों से सजाया जाता है।
घट स्थापना का धार्मिक महत्व यह है कि यह देवी दुर्गा के आगमन का प्रतीक है। कलश को देवी दुर्गा का निवास माना जाता है। घट स्थापना के बाद, पूरे नौ दिनों तक देवी दुर्गा की पूजा की जाती है।
घट स्थापना की विधि इस प्रकार है:
1. एक मिट्टी का कलश लें।
2. कलश को साफ पानी से भरें।
3. कलश में गंगाजल डालें।
4. कलश में एक सिक्का डालें।
5. कलश में एक पवित्र धागा बांधें।
6. कलश को आम, अशोक, या पीपल के पत्तों से सजाएं।
7. कलश को पूजा स्थल पर स्थापित करें।
घट स्थापना के बाद, देवी दुर्गा की पूजा की जाती है। पूजा में देवी दुर्गा के मंत्रों का जाप किया जाता है, और उन्हें फूल, प्रसाद, और अन्य भेंट चढ़ाई जाती हैं।
*घट स्थापना का महत्व इस प्रकार है:
* यह देवी दुर्गा के आगमन का प्रतीक है।
* यह नवरात्रि के नौ दिनों के लिए देवी दुर्गा की उपस्थिति का आह्वान करता है।
* यह नवरात्रि के दौरान देवी दुर्गा की पूजा के लिए एक पवित्र स्थान प्रदान करता है।
घट स्थापना एक महत्वपूर्ण भारतीय अनुष्ठान है जो नवरात्रि के त्योहार का एक हिस्सा है। यह देवी दुर्गा की आराधना और उनके आशीर्वाद प्राप्त करने का एक तरीका है।
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